
बर्ड फ्लू बीमारी की खबरों से मुर्गी के मांस व अंडे की बिक्री में गिरावट आने लगी है। चिकन व अंडे के शौकीन लोगों में पक्षियों में पाई जाने वाले बर्ड फ्लू की बीमारी के डर का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि चार दिन पहले तक बिक रहे चिकन के दामो में 50 से 60 रुपये प्रति किलो की गिरावट आई है।
बर्ड फ्लू की खबरों के आने से मांस के शौकीनों ने मांस व अंडे से अपने हाथ पीछे खींचने शुरू कर दिए हैं और चिकन के स्थान पर उनकी थालियों में सब्जिया नजर आने लगी हैं। उधर यही हालत होटलों पर भी देखी जा रही है और वंहा भी मांस की खपत दिन ब दिन घट रही है।
हालांकि चिकित्सकों का कहना है कि भारत मे जिस तरह से चिकन को काफी काफी देर तक पकाया जाता है उससे बर्ड फ्लू की बीमारी का खतरा लगभग समाप्त हो जाता है लेकिन इसके बावजूद लोगों में इस बीमारी को लेकर काफी चिंता व्याप्त है और इसीलिए लोग चिकन व अंडे का इस्तेमाल कम कर रहे हैं।
लॉक डाउन व उसके बाद मंदी की मार झेल रहे मांस कारोबार ने कुछ समय से ही अपनी रफ्तार पकड़ी थी लेकिन मांस कारोबार को एक बार फिर से बर्ड फ्लू के संकट ने घेर लिया है।
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