

इसके इलावा उनके पिता एक बड़े बिल्डर है और उनका भाई कनाडा में एक इंजीनियर है. बरहलाल एक दिन जुलेहा के एक फेसबुक फ्रेंड कलाकार सर्वेश हाड़ा ने उन्हें चैटिंग के दौरान मानसिक रूप से बीमार बच्चो के बारे में बताया था. बता दे कि इसकी शुरुआत करीब ढाई साल पहले हुई थी. जी हां दरअसल जुलेहा अनोखी कलाओ को ढूंढते ढूंढते कोटा के कलाकार सर्वेश हाड़ा के फेसबुक पेज पर जा पहुंची.

इसके बाद दोनों में धीरे धीरे दोस्ती हो गयी. बता दे कि जुलेहा तुर्की में एक रिहेबिलेशन सेण्टर में काम करती थी. वही कोटा में सर्वेश भी मानसिक रूप से बीमार बच्चो पर काम कर रहे थे. ऐसे में कोटा में बच्चो की गाइडेंस का कोई इंतजाम नहीं था. बरहलाल सर्वेश ने जब ये बात जुलेहा को बताई तो वह तुरंत भारत आ गयी.

बता दे कि 2015 में जुलेहा ने सर्वेश से शादी कर ली और उसके बाद वो जरूरतमंद परिवार के बच्चो की देख रेख में लग गयी. इस बारे में जुलेहा का कहना है, कि वो कोटा में बेहद खुश है. इसके इलावा जुलेहा ने जर्नी ऑफ़ बुक के वीजा से शुरू हुई इस नयी जिंदगी को अब बच्चो के लिए समर्पित कर दिया.
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