
हिंदू धर्म ग्रंथों में संकेतों के बारे में जानकारी दी गई है। इसके माध्यम से भी बताया गया है कि कौन सा संकेत है और कौन सा विषय है। आज हम आपको शुभ संकेतों के बारे में बताने वाले हैं इन संकेतों को समझकर आप समय से पूर्व खुद को सचेत कर सकते हैं। घर के परिसर में बिल्ली का का रोना या आपस में झगड़ा करना विपत्ति या घर में क्लेश का संकेत माना जाता है।
घर के मुख्य द्वार पर सांप का प्रवेश गृहस्वामी के स्वास्थ को बेकार करता है। अगर कोई चोट खाया घायल पक्षी या उसका कोई काटा हुआ अंग आंगन में गिरता है तो समझ लेना चाहिए कि घर में महासंकट आने वाला है।
अगर घर में कोई कुत्तिया प्रसव करती है तो यह भी ग्रह स्वामी के लिए अच्छा संकेत नहीं है। अगर कौवा लम्बे समय से घर में निवास कर रहे हैं तो यह भी कई प्रकार की विधाओं का इशारा करता है। अगर आपके घर में काले रंग के चूहे बहुत ज्यादा तादाद में इधर-उधर घूमते रहते हैं। तो समझ जाइए कि किसी रोग या शत्रु का आक्रमण होने वाला है।
अगर पालतू गाय अपना दूध पीती है या बहुत ज्यादा सिर हिलाती तो ग्रह स्वामी के ऊपर कर्ज बढ़ता है और भाग्य खराब होने का यह संकेत माना जाता है।
घर के मुख्य द्वार पर सांप का प्रवेश गृहस्वामी के स्वास्थ को बेकार करता है। अगर कोई चोट खाया घायल पक्षी या उसका कोई काटा हुआ अंग आंगन में गिरता है तो समझ लेना चाहिए कि घर में महासंकट आने वाला है।
अगर घर में कोई कुत्तिया प्रसव करती है तो यह भी ग्रह स्वामी के लिए अच्छा संकेत नहीं है। अगर कौवा लम्बे समय से घर में निवास कर रहे हैं तो यह भी कई प्रकार की विधाओं का इशारा करता है। अगर आपके घर में काले रंग के चूहे बहुत ज्यादा तादाद में इधर-उधर घूमते रहते हैं। तो समझ जाइए कि किसी रोग या शत्रु का आक्रमण होने वाला है।
अगर पालतू गाय अपना दूध पीती है या बहुत ज्यादा सिर हिलाती तो ग्रह स्वामी के ऊपर कर्ज बढ़ता है और भाग्य खराब होने का यह संकेत माना जाता है।
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