मैच में बहुत बार हमने एम्पायर से गलत डिसिशन देते हुए देखा है.और आज कल ये गलतियाँ चाहे आईपीएल हो या वर्ल्डकप सभी जगह देखने को मिलती है. लेकिन अगर किसी बल्लेबाज को बार – बार कोई एम्पायर गलत आउट देता है तब ऐसे कोई भी बल्लेबाज हो गुस्सा आ जाता है. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे बल्लेबाज के बारे में बता रहे जिसे 40 बार गलत आउट दिया गया फिर भी वो बल्लेबाज गुस्सा नहीं हुआ.

आईपीएल में, स्टार गेंदबाज मलिंगा ने आरसीबी की टीम के खिलाफ मुंबई इंडियंस टीम के आखिरी ओवर में नो बॉल फेंकी, जिसे बाद में देखा गया और परिणामस्वरूप आरसीबी की टीम क्वालिफायर में जगह नहीं बना सकी और बस विस्फोटक से मिली गेंद को आउट कर दिया. बल्लेबाज क्रिस गेल भी नो बॉल थे जिसे स्टार्क ने फेंका.

कई खिलाड़ी ऐसे हैं जो गलत अंपायरिंग का शिकार हुए हैं, हालाँकि एक खिलाड़ी जो 39 बार शिकार हुआ है.
भारतीय टीम के मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को 40 बार गलत करार दिया गया: –

आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि भारतीय टीम मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर, जिन्हें क्रिकेट का ‘गॉड ’कहा जाता रहा है, को उनके पूरे करियर में 39 बार गलत आउट दिया गया है, जिसे बाद में रिप्ले में देखा गया था. आज के खिलाड़ी गलत आउट देने के लिए उत्तेजित हो जाते हैं और अंपायर से नाराज़ हो जाते हैं लेकिन भारतीय टीम के मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के किसी भी अंपायर से बहस करने के बाद वे कभी पवेलियन नहीं लौटे. यही कारण है कि उन्हें क्रिकेट का ‘भगवान’ कहा जाता है.

आईपीएल में, स्टार गेंदबाज मलिंगा ने आरसीबी की टीम के खिलाफ मुंबई इंडियंस टीम के आखिरी ओवर में नो बॉल फेंकी, जिसे बाद में देखा गया और परिणामस्वरूप आरसीबी की टीम क्वालिफायर में जगह नहीं बना सकी और बस विस्फोटक से मिली गेंद को आउट कर दिया. बल्लेबाज क्रिस गेल भी नो बॉल थे जिसे स्टार्क ने फेंका.

कई खिलाड़ी ऐसे हैं जो गलत अंपायरिंग का शिकार हुए हैं, हालाँकि एक खिलाड़ी जो 39 बार शिकार हुआ है.
भारतीय टीम के मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को 40 बार गलत करार दिया गया: –

आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि भारतीय टीम मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर, जिन्हें क्रिकेट का ‘गॉड ’कहा जाता रहा है, को उनके पूरे करियर में 39 बार गलत आउट दिया गया है, जिसे बाद में रिप्ले में देखा गया था. आज के खिलाड़ी गलत आउट देने के लिए उत्तेजित हो जाते हैं और अंपायर से नाराज़ हो जाते हैं लेकिन भारतीय टीम के मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के किसी भी अंपायर से बहस करने के बाद वे कभी पवेलियन नहीं लौटे. यही कारण है कि उन्हें क्रिकेट का ‘भगवान’ कहा जाता है.
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