हमारे खाने-पीने की आदतें ऐसी हो गई है कि हम स्वाद के खातिर कहीं भी कुछ भी खा लेते हैं, जिसका नतीजा कई बार खाना हजम नहीं होता और खट्टी डकारें आती रहती है।कई बार खाली पेट में भी गैस बनती है तो कभी कुछ गलत खा लेने से भी गैस बनती है और गले में खट्टी डकार आने लगती है। जब डकार के साथ गले में एसिड आने लगता है तो इस स्थिति को एसिडिक बर्प या खट्टी डकार आना कहते हैं। खट्टी डकार की वजह से गले में बेहद मिर्चे लगती है और ऐसा महसूस होता है जैसे खाना गले से बाहर निकल रहा है। आप भी अक्सर इस तरह की परेशानी से परेशान रहते हैं तो हम आपको कुछ उपयोगी घरेलू नुस्खों के बारे में बताते हैं जिन्हें अपना कर आप खट्टी डकारों से छुटकारा पा सकते हैं।
सुबह के समय खट्टी डकार आए तो ऐसा करें:
कुछ लोगों को रात का खाना ठीक से पचता नहीं तो सुबह-सुबह खट्टी डकार आने लगती है, आप भी सुबह खट्टी डकार की वजह से परेशान रहते हैं तो खाली पेट एक गिलास नींबू पानी का सेवन करें। आपको खट्टी डकार से मुक्ति मिलेगी साथ ही पाचन भी दुरुस्त रहेगा। आप चाहें तो नींबू पानी में काला नमक भी मिला कर पी सकते हैं। काला नमक मुंह का स्वाद अच्छा रखेगा और पाचन भी।
दोपहर के खाने के बाद खट्टी डकार आएं तो,
अक्सर लोगों को दोपहर का खाना खाने के बाद खट्टी डकार आती हैं, आप भी अगर खट्टी डकार के डर से खाना खाने से परहेज कर रहे हैं तो परेशान मत होइए, बल्कि खाने के साथ मीठी दही का इस्तेमाल कीजिए। दही खाने से आपको पेट में ठंडक का अहसास होगा और खट्टी डकारों की समस्या से राहत मिलेगी। दही में लैक्टिक एसिड होता है जो पेट को ठंडा और पाचन को सही रखती है। दही एसिड को कंट्रोल करती है और खट्टी डकारों से मुक्ति दिलाती है।
रात के समय खट्टी डकार आएं तो,
कुछ लोग रात का खाना देर से खाते हैं और सीधे बिस्तर पर लेट जाते हैं। ऐसे में खाना ठीक से पचता नहीं। आप रात को खाना खाने के बाद सौंफ के साथ मिश्री का इस्तेमाल करें। सौंफ पाचन को बेहतर करती है, गैस बनने से रोकती है। इसे खाने से एसिड नहीं बनता। मिश्री का स्वाद मुंह को अच्छा भी लगता है।
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